holyninspirational
Wednesday, December 9, 2015
parents vs son vs social
हम उन्हे रूलाते हैं, जो
हमारी परवाह करते हैं.
(माता पिता)
हम उनके लिए रोते हैं, जो
हमारी परवाह नहीं करते...
(औलाद )
और, हम उनकी परवाह
करते हैं, जो हमारे लिए
कभी नहीं रोयेगें !...
(समाज)
Radhekrishna...
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