Friday, January 1, 2016

रिश्तों में झूठ



रिश्तों में जब झूठ बोलने की आवश्यकता महसूस होने लगे, तब यह समझना की अब रिश्ता समाप्ति की और है। इसलिए ऐसा कोई करम न बनायें जिस वजह से झूठ का सहारा लेना पड़े। बाकी बोलने का हक़ छीना जा सकता है, मगर खामोशी का नहीं। आपकी प्यार भरी ख़ामोशी में इतना पॉवर होना चाइये की सामनेवाले को एहसास हो जाए। करके देखो आसान है।

JIYO DIL SE




जय श्री कृष्णा......

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